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प्रत्येक मानव जीवन में सुख और शांति चाहता है | आगे बढ़ना चाहता है औरो की अपेक्षा अधिक तथा शीघ्र आगे बढ़ना चाहता है | यह हम सबकी सहज स्वाभाविक मांग है.तथापि सभी को उसका उचित उपाय, आगे बढ़ाने का सही मन्तव्य ज्ञात नहीं होता है | परिणामस्वरुप धन-संचय की अन्धी दौड़ में वे सब ऐसे उलझ जाते है की उनका जीवन तनाव ग्रस्त हो जाता है | बुद्धि विक्षिप्त हो जाती है और मनोबल टूटने लगता है |

इन सबसे छूटने का, अपनी स्वाभाविक मांग को पूर्ण करने का,आन्तिरिक विकास का सुनिचित उपाय हमें श्रीमद्भगवत गीता से प्राप्त होता है | उसी का अति सरल व् व्यावहारिक रूप हमें स्वामी प्रशान्तनंदाजी द्वारा विरचित गीता पढ़ो आगे बढ़ो नामक इस पुस्तिका में उपलब्ध है |

G2013
in stockINR 165
Chinmaya Prakashan
1 1
Geeta Padho Aagey Badho (हिंदी)

Geeta Padho Aagey Badho (हिंदी)

SKU: G2013
₹165
Publisher: Chinmaya Prakashan
ISBN: 978-81-7597-430-2
Language: Hindi
Author: Swami Prashantananda
Binding: Paperback
Tags:
  • Geeta, Vedanta, Spirituality
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Description of product

प्रत्येक मानव जीवन में सुख और शांति चाहता है | आगे बढ़ना चाहता है औरो की अपेक्षा अधिक तथा शीघ्र आगे बढ़ना चाहता है | यह हम सबकी सहज स्वाभाविक मांग है.तथापि सभी को उसका उचित उपाय, आगे बढ़ाने का सही मन्तव्य ज्ञात नहीं होता है | परिणामस्वरुप धन-संचय की अन्धी दौड़ में वे सब ऐसे उलझ जाते है की उनका जीवन तनाव ग्रस्त हो जाता है | बुद्धि विक्षिप्त हो जाती है और मनोबल टूटने लगता है |

इन सबसे छूटने का, अपनी स्वाभाविक मांग को पूर्ण करने का,आन्तिरिक विकास का सुनिचित उपाय हमें श्रीमद्भगवत गीता से प्राप्त होता है | उसी का अति सरल व् व्यावहारिक रूप हमें स्वामी प्रशान्तनंदाजी द्वारा विरचित गीता पढ़ो आगे बढ़ो नामक इस पुस्तिका में उपलब्ध है |

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