mumbai 400606 mumbai IN
Chinmaya Vani
mumbai mumbai, IN
+912228034980 https://eshop.chinmayamission.com/s/5d76112ff04e0a38c1aea158/ms.settings/5256837ccc4abf1d39000001/5dfcbe7b071dac2b322db8ab-480x480.png" [email protected]
9788175978652 689d71b3d8065e0706168030 Geeta Tatparya bodhini (पञ्चदश अध्याय) https://eshop.chinmayamission.com/s/5d76112ff04e0a38c1aea158/68ad7976940be51e1cb6df09/geeta-tatpry-bodhini_coverbook_front.png

श्रीमद्भगवद्गीता के पञ्चदश अध्याय पुरुषोत्तमयोगपर स्वामी सुबोधानंदजी के सुश्राव्य और बोधप्रद प्रवचन |

प्रस्थानत्रयी - श्रीमद्भगवद्‌गीता, उपनिषद्, ब्रह्मसूत्र, इस वाङ्मय आधारशिला पर सनातन वैदिक धर्म चिरस्थित है। इनमें से श्रीमद्भगवद्‌गीता मानव जीवन के हर स्तर की समस्याओं के समाधान को उजागर करती हुई सभी साधकों को आध्यात्मिक साधना की गहराई को छूने के लिए मार्गदर्शन करती हुई भवद्वेषिणी के रूप में प्रस्तुत है।

इस गीता के तात्पर्य का अवबोधन जगद् गुरु भगवान श्रीकृष्ण के हृदय के साथ तदाकारता हुए बिना बड़ा कठिन है। यह तात्पर्य चिन्मय मिशन सिद्धबाड़ी के ब्रह्मलीन पूज्य स्वामी सुबोधानंदजी के प्रवचनों की विद्वत्तापूर्ण शैली से सुज्ञ साधकों को अवगत होता है। पूज्य स्वामीजी के गहन गंभीर चिंतनशील प्रवचनों के संग्रह की पञ्चदश कड़ी श्रीगुरुतत्त्व को समर्पित करते हैं।

G2032
in stockINR 170
Central Chinmaya Mission Trust
1 1
Geeta Tatparya bodhini (पञ्चदश अध्याय)

Geeta Tatparya bodhini (पञ्चदश अध्याय)

SKU: G2032
₹170
Publisher: Central Chinmaya Mission Trust
ISBN: 9788175978652
Language: Hindi
Author: swami subodhananda
Binding: Paperback
Category: Bhagavad Geeta
No of pages: 170
SHARE PRODUCT

Description of product

श्रीमद्भगवद्गीता के पञ्चदश अध्याय पुरुषोत्तमयोगपर स्वामी सुबोधानंदजी के सुश्राव्य और बोधप्रद प्रवचन |

प्रस्थानत्रयी - श्रीमद्भगवद्‌गीता, उपनिषद्, ब्रह्मसूत्र, इस वाङ्मय आधारशिला पर सनातन वैदिक धर्म चिरस्थित है। इनमें से श्रीमद्भगवद्‌गीता मानव जीवन के हर स्तर की समस्याओं के समाधान को उजागर करती हुई सभी साधकों को आध्यात्मिक साधना की गहराई को छूने के लिए मार्गदर्शन करती हुई भवद्वेषिणी के रूप में प्रस्तुत है।

इस गीता के तात्पर्य का अवबोधन जगद् गुरु भगवान श्रीकृष्ण के हृदय के साथ तदाकारता हुए बिना बड़ा कठिन है। यह तात्पर्य चिन्मय मिशन सिद्धबाड़ी के ब्रह्मलीन पूज्य स्वामी सुबोधानंदजी के प्रवचनों की विद्वत्तापूर्ण शैली से सुज्ञ साधकों को अवगत होता है। पूज्य स्वामीजी के गहन गंभीर चिंतनशील प्रवचनों के संग्रह की पञ्चदश कड़ी श्रीगुरुतत्त्व को समर्पित करते हैं।

User reviews

  0/5