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वरिष्ठ नागरिकों को लक्षित यह पुस्तक स्वामीजी ने आदि शंकराचार्य रचित "साधना पंचकम" को आधार बनाकर लिखी है | 

उनकी व्याख्या दिव्यता की चालीस सोपानों का वर्णन करती है, जिन पर चलकर व्यक्ति एक संतुष्ट जीवन व्यतीत कर सकता है एवं आध्यात्मिक विकास भी प्राप्त करता है |  

J2007
in stockINR 60
Chinmaya Prakashan
1 1
Jaravastha Mein Kaise Jiye (हिंदी)

Jaravastha Mein Kaise Jiye (हिंदी)

SKU: J2007
₹60
Publisher: Chinmaya Prakashan
ISBN: 978-81-7597-481-4
Language: Hindi
Author: Swami Shankarananda
Binding: Paperback
Tags:
  • Self Development, Self Help,Motivation
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Description of product

वरिष्ठ नागरिकों को लक्षित यह पुस्तक स्वामीजी ने आदि शंकराचार्य रचित "साधना पंचकम" को आधार बनाकर लिखी है | 

उनकी व्याख्या दिव्यता की चालीस सोपानों का वर्णन करती है, जिन पर चलकर व्यक्ति एक संतुष्ट जीवन व्यतीत कर सकता है एवं आध्यात्मिक विकास भी प्राप्त करता है |  

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