मानस के मोती - स्वामी सुबोधानंदजी (प्रमुख आचार्य, सांदीपनी हिमालय) के तुलसी रामायण पर किए गए ज्ञान यज्ञाें का संकलन है |
इन ज्ञानयज्ञाें में मानस के आध्यात्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक और सामाजिक पहलुओं पर विशेष विवेचना की गई है |
इस चतृर्थ भाग में स्वामीजी के द्वारा तीन भिन्न भिन्न स्थानों पर किए गए प्रवचनों का श्रीराम चरित्र के रूप में समन्वय है | यह प्रभु श्रीराम का सुमधुर लीलामृत है जिसे पाठकों के लिए एक अनूठे रूप में प्रस्तुत किया गया है - बाल राम (बाल काण्ड), युवा राम (अयोद्या काण्ड), वनवासी राम (अरण्य काण्ड), शरणागत वत्सल राम (सूंदर काण्ड), रणवीर राम (लंका काण्ड), और राजा राम (उत्तर काण्ड) |
मानस के मोती के सभी भाग यहाँ उपलब्ध हैं - Manas Ke Moti (भाग १ - ४)
M2014VARIANT | SELLER | PRICE | QUANTITY |
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मानस के मोती - स्वामी सुबोधानंदजी (प्रमुख आचार्य, सांदीपनी हिमालय) के तुलसी रामायण पर किए गए ज्ञान यज्ञाें का संकलन है |
इन ज्ञानयज्ञाें में मानस के आध्यात्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक और सामाजिक पहलुओं पर विशेष विवेचना की गई है |
इस चतृर्थ भाग में स्वामीजी के द्वारा तीन भिन्न भिन्न स्थानों पर किए गए प्रवचनों का श्रीराम चरित्र के रूप में समन्वय है | यह प्रभु श्रीराम का सुमधुर लीलामृत है जिसे पाठकों के लिए एक अनूठे रूप में प्रस्तुत किया गया है - बाल राम (बाल काण्ड), युवा राम (अयोद्या काण्ड), वनवासी राम (अरण्य काण्ड), शरणागत वत्सल राम (सूंदर काण्ड), रणवीर राम (लंका काण्ड), और राजा राम (उत्तर काण्ड) |
मानस के मोती के सभी भाग यहाँ उपलब्ध हैं - Manas Ke Moti (भाग १ - ४)