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978-81-7597-619-1 5e0f20af985d17192cf488f7 Manas Ke Moti - भाग ४ https://eshop.chinmayamission.com/s/5d76112ff04e0a38c1aea158/ms.products/5e0f20af985d17192cf488f7/images/5e1c05f92e44e439db1318a2/5e1c05e00bbb60398716848a/5e1c05e00bbb60398716848a.jpg

मानस के मोती - स्वामी सुबोधानंदजी (प्रमुख आचार्य, सांदीपनी हिमालय) के तुलसी रामायण पर किए गए ज्ञान यज्ञाें का संकलन है |

इन ज्ञानयज्ञाें में मानस के आध्यात्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक और सामाजिक पहलुओं पर विशेष विवेचना की गई है |

इस चतृर्थ भाग में स्वामीजी के द्वारा तीन भिन्न भिन्न स्थानों पर किए गए प्रवचनों का श्रीराम चरित्र के रूप में समन्वय है | यह प्रभु श्रीराम का सुमधुर लीलामृत है जिसे पाठकों के लिए एक अनूठे रूप में प्रस्तुत किया गया है - बाल राम (बाल काण्ड), युवा राम (अयोद्या काण्ड), वनवासी राम (अरण्य काण्ड), शरणागत वत्सल राम (सूंदर काण्ड), रणवीर  राम (लंका काण्ड), और राजा राम (उत्तर काण्ड) |

मानस के मोती के सभी भाग यहाँ उपलब्ध हैं - Manas Ke Moti (भाग १ - ४)

M2014
in stockINR 525
Chinmaya Prakashan
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Manas Ke Moti - भाग ४

Manas Ke Moti - भाग ४

SKU: M2014
₹525
Publisher: Chinmaya Prakashan
ISBN: 978-81-7597-619-1
Language: Hindi
Author: Swami Subodhananda
Binding: Paperback
Category: Devotional
No of pages: 862
Tags:
  • Bhakti,Love, Hindu Culture,Hinduism
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Description of product

मानस के मोती - स्वामी सुबोधानंदजी (प्रमुख आचार्य, सांदीपनी हिमालय) के तुलसी रामायण पर किए गए ज्ञान यज्ञाें का संकलन है |

इन ज्ञानयज्ञाें में मानस के आध्यात्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक और सामाजिक पहलुओं पर विशेष विवेचना की गई है |

इस चतृर्थ भाग में स्वामीजी के द्वारा तीन भिन्न भिन्न स्थानों पर किए गए प्रवचनों का श्रीराम चरित्र के रूप में समन्वय है | यह प्रभु श्रीराम का सुमधुर लीलामृत है जिसे पाठकों के लिए एक अनूठे रूप में प्रस्तुत किया गया है - बाल राम (बाल काण्ड), युवा राम (अयोद्या काण्ड), वनवासी राम (अरण्य काण्ड), शरणागत वत्सल राम (सूंदर काण्ड), रणवीर  राम (लंका काण्ड), और राजा राम (उत्तर काण्ड) |

मानस के मोती के सभी भाग यहाँ उपलब्ध हैं - Manas Ke Moti (भाग १ - ४)

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