उपनिषदों का स्पष्ट उपदेश हैं कि आत्मा और ब्रह्म के एकत्व का साक्षात् अनुभव करना ही जीवन का अंतिम लक्ष्य है और उसी को प्राप्त करने पर विश्राम और संतोष होता है|
अमृतबिन्दु उपनिषद् की भी वही शिक्षा है|
अमृतबिन्दु उपनिषद् में अवच्छेदवाद और प्रतिबिम्बवाद के द्वारा जीव और परमात्मा का संबंध स्पष्ट किया गया है| सम्पूर्ण उपनिषद् में मुख्य रुप से जीवभाव से ऊपर उठकर आत्मभाव में आने की और आत्मा-परमात्मा के एकत्व का ज्ञान प्राप्त करने की विधि बताई गई है|
A2011VARIANT | SELLER | PRICE | QUANTITY |
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उपनिषदों का स्पष्ट उपदेश हैं कि आत्मा और ब्रह्म के एकत्व का साक्षात् अनुभव करना ही जीवन का अंतिम लक्ष्य है और उसी को प्राप्त करने पर विश्राम और संतोष होता है|
अमृतबिन्दु उपनिषद् की भी वही शिक्षा है|
अमृतबिन्दु उपनिषद् में अवच्छेदवाद और प्रतिबिम्बवाद के द्वारा जीव और परमात्मा का संबंध स्पष्ट किया गया है| सम्पूर्ण उपनिषद् में मुख्य रुप से जीवभाव से ऊपर उठकर आत्मभाव में आने की और आत्मा-परमात्मा के एकत्व का ज्ञान प्राप्त करने की विधि बताई गई है|