श्रीमद भागवत के ११वें स्कन्ध में उद्धव भगवान श्रीकृष्ण के सम्मुख बहुत से प्रश्न खड़े करते हैं - भगवान उत्तर में एक कथा के माध्यम से सहिष्णुता के गुण को स्पष्ट करते हैं और बताते हैं कि मन को नियंत्रण में किस प्रकार लाया जाय | इससे हमें आशा बँधती है कि अप्राप्य सा दिखने वाला लक्ष्य भी एकदम निकट ही है - आवश्यकता केवल इस बात की है कि हम इस पर गहराई से चिंतन करें |
B2007VARIANT | SELLER | PRICE | QUANTITY |
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श्रीमद भागवत के ११वें स्कन्ध में उद्धव भगवान श्रीकृष्ण के सम्मुख बहुत से प्रश्न खड़े करते हैं - भगवान उत्तर में एक कथा के माध्यम से सहिष्णुता के गुण को स्पष्ट करते हैं और बताते हैं कि मन को नियंत्रण में किस प्रकार लाया जाय | इससे हमें आशा बँधती है कि अप्राप्य सा दिखने वाला लक्ष्य भी एकदम निकट ही है - आवश्यकता केवल इस बात की है कि हम इस पर गहराई से चिंतन करें |