भागवत पुराण का सार मात्र चार श्लोकों में समाहित है, जिसे चतुश्लोकी भागवत कहते हैं |
इसमें प्रतिपादन किया गया है कि हम किस प्रकार इसके प्रत्येक श्लोक पर मनन करके भागवत को पूर्णरूप से समझ सकते हैं |
C2001VARIANT | SELLER | PRICE | QUANTITY |
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भागवत पुराण का सार मात्र चार श्लोकों में समाहित है, जिसे चतुश्लोकी भागवत कहते हैं |
इसमें प्रतिपादन किया गया है कि हम किस प्रकार इसके प्रत्येक श्लोक पर मनन करके भागवत को पूर्णरूप से समझ सकते हैं |