इस पुस्तक में व्यष्टि जीव एवं अनन्त सत्य का स्वरूप स्थापित किया गया है |
दृष्टा और दृश्य के मध्य विवेक द्वारा साधक को सर्वोच्च सत्य की ओर निर्देशित किया जाता है |
D2003VARIANT | SELLER | PRICE | QUANTITY |
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इस पुस्तक में व्यष्टि जीव एवं अनन्त सत्य का स्वरूप स्थापित किया गया है |
दृष्टा और दृश्य के मध्य विवेक द्वारा साधक को सर्वोच्च सत्य की ओर निर्देशित किया जाता है |