mumbai 400606 mumbai IN
Chinmaya Vani
mumbai mumbai, IN
+912228034980 https://eshop.chinmayamission.com/s/5d76112ff04e0a38c1aea158/ms.settings/5256837ccc4abf1d39000001/5dfcbe7b071dac2b322db8ab-480x480.png" [email protected]
9788175978485 674819be1f918100b4c41960 Geeta Tatparya Bodhini (त्रयोदश अध्याय) https://eshop.chinmayamission.com/s/5d76112ff04e0a38c1aea158/6758213b251a64002bc40976/geeta-tatprya-bodhini-13-adhyay-front-cover-1-3-.png

श्रीमद्भगवद्गीता के त्रयोदश अध्याय क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोगपर स्वामी सुबोधानंदजी के सुश्राव्य और बोधप्रद प्रवचन |

प्रस्थानत्रयी - श्रीमद् भगवद् गीता, उपनिषद्, ब्रह्मसूत्र, इस आधारशिला पर सनातन वैदिक धर्म चिरस्थित है| इनमें से श्रीमदभगवद्गीता मानव जीवन के हर स्तर की समस्याओं के समाधान को उजागर करती हुई सभी साधकों को आध्यात्मिक साधना की गहराई को छूने के लिए मार्गदर्शन करती हुई भवद्वेषिणी के रूप में प्रस्तुत है|

इस गीता के तात्पर्य का अवबोधन जगद्-गुरु भगवान श्रीकृष्ण के ह्रदय के साथ तदाकारता हुए बिना बड़ा कठिन है| यह तात्पर्य चिन्मय मिशन सिद्धबाड़ी के ब्रह्मलीन पूज्य स्वामी सुबोधानन्दजी के प्रवचनों की विद्वत्तापूर्ण शैली से सुज्ञ साधकों को अवगत होता है| पूज्य स्वामीजी के गहन गंभीर चिंतनशील प्रवचनों के संग्रह की  त्रयोदश कड़ी श्रीगुरुतत्व को समर्पित करते हैं|

G2030
in stockINR 500
Central Chinmaya Mission Trust
1 1
Geeta Tatparya Bodhini (त्रयोदश अध्याय)

Geeta Tatparya Bodhini (त्रयोदश अध्याय)

SKU: G2030
₹500
Publisher: Central Chinmaya Mission Trust
ISBN: 9788175978485
Language: Hindi
Author: Swami Subodhananda
Binding: PaperBack
No of pages: 469
SHARE PRODUCT

Description of product

श्रीमद्भगवद्गीता के त्रयोदश अध्याय क्षेत्रक्षेत्रज्ञयोगपर स्वामी सुबोधानंदजी के सुश्राव्य और बोधप्रद प्रवचन |

प्रस्थानत्रयी - श्रीमद् भगवद् गीता, उपनिषद्, ब्रह्मसूत्र, इस आधारशिला पर सनातन वैदिक धर्म चिरस्थित है| इनमें से श्रीमदभगवद्गीता मानव जीवन के हर स्तर की समस्याओं के समाधान को उजागर करती हुई सभी साधकों को आध्यात्मिक साधना की गहराई को छूने के लिए मार्गदर्शन करती हुई भवद्वेषिणी के रूप में प्रस्तुत है|

इस गीता के तात्पर्य का अवबोधन जगद्-गुरु भगवान श्रीकृष्ण के ह्रदय के साथ तदाकारता हुए बिना बड़ा कठिन है| यह तात्पर्य चिन्मय मिशन सिद्धबाड़ी के ब्रह्मलीन पूज्य स्वामी सुबोधानन्दजी के प्रवचनों की विद्वत्तापूर्ण शैली से सुज्ञ साधकों को अवगत होता है| पूज्य स्वामीजी के गहन गंभीर चिंतनशील प्रवचनों के संग्रह की  त्रयोदश कड़ी श्रीगुरुतत्व को समर्पित करते हैं|

User reviews

  0/5