शौनक नामक जिज्ञासु अपने गुरु से पूछता है, "वह कौन सा ज्ञान है, जिसके जानने से सबकुछ जाना हुआ हो जाता है?"
इस गंभीर प्रश्न के उत्तर के रूप में यह उपनिषद् है|
स्वामी चिन्मयानन्दजी अपनी व्याख्या द्वारा विषय कि प्रज्ञता एवं गहनता को सरलता से प्रकट कर देते हैं|
M2005VARIANT | SELLER | PRICE | QUANTITY |
---|
शौनक नामक जिज्ञासु अपने गुरु से पूछता है, "वह कौन सा ज्ञान है, जिसके जानने से सबकुछ जाना हुआ हो जाता है?"
इस गंभीर प्रश्न के उत्तर के रूप में यह उपनिषद् है|
स्वामी चिन्मयानन्दजी अपनी व्याख्या द्वारा विषय कि प्रज्ञता एवं गहनता को सरलता से प्रकट कर देते हैं|
Helps you introspect. Brings clarity in thoughtsFeb 6, 2021 2:49:19 PM