विश्व एक अपार गतिक्रम से गतिमान है | आज हम इतने अधिक प्रतिस्पर्धा के युग में जी रहे है, जिसेमें हमें कुछ करके दिखाना होगा अन्यथा हम नष्ट हो जायेंगे | तनाव, अधिक श्रमजन्य थकान और व्यथा तो जैसे हमारे दैनिक जीवन का अनिवार्य अंग बन चुके है | हर जगह संकट दिखाई देता है | क्या आपको आश्चर्य नहीं होता कि इस उत्थान-पतन से युक्त सम्पूर्ण ब्रहाण्ड पर शासन करते हुए भी भगवान कैसे अपनी मुस्कान बनाये रखते हैं | लोगों पर कृपा करते हैं और उन्हे निरोग करते हैं ?
"नाम प्राचीन : अर्थ नवीन" पूज्य गुरूजी स्वामी तेजोमयानंद के द्वारा "विष्णुसहत्रनाम" पर दिये गये प्रवचनों का संकलन है | इस स्तोत्र में प्रत्येक नाम भगवान के अद्भुत गुणों की और इंगित करता है ओर अनेक नाम उनके नेतृत्व और सफलता की स्तुति गाते हैं | इन नामों के ऊपर मनन, हमारी दॄष्टि को विस्तार प्रदान करने में सहायक बनेगा और हमें उच्च आदर्शों का जीवन जीने के लिये प्रेरित भी करेगा।
N2004VARIANT | SELLER | PRICE | QUANTITY |
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विश्व एक अपार गतिक्रम से गतिमान है | आज हम इतने अधिक प्रतिस्पर्धा के युग में जी रहे है, जिसेमें हमें कुछ करके दिखाना होगा अन्यथा हम नष्ट हो जायेंगे | तनाव, अधिक श्रमजन्य थकान और व्यथा तो जैसे हमारे दैनिक जीवन का अनिवार्य अंग बन चुके है | हर जगह संकट दिखाई देता है | क्या आपको आश्चर्य नहीं होता कि इस उत्थान-पतन से युक्त सम्पूर्ण ब्रहाण्ड पर शासन करते हुए भी भगवान कैसे अपनी मुस्कान बनाये रखते हैं | लोगों पर कृपा करते हैं और उन्हे निरोग करते हैं ?
"नाम प्राचीन : अर्थ नवीन" पूज्य गुरूजी स्वामी तेजोमयानंद के द्वारा "विष्णुसहत्रनाम" पर दिये गये प्रवचनों का संकलन है | इस स्तोत्र में प्रत्येक नाम भगवान के अद्भुत गुणों की और इंगित करता है ओर अनेक नाम उनके नेतृत्व और सफलता की स्तुति गाते हैं | इन नामों के ऊपर मनन, हमारी दॄष्टि को विस्तार प्रदान करने में सहायक बनेगा और हमें उच्च आदर्शों का जीवन जीने के लिये प्रेरित भी करेगा।