मानस के मोती - स्वामी सुबोधानंदजी (प्रमुख आचार्य, सांदीपनी हिमालय) के तुलसी रामायण पर किए गए ज्ञान यज्ञाें का संकलन है |
इन ज्ञानयज्ञाें में मानस के आध्यात्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक और सामाजिक पहलुओं पर विशेष विवेचना की गई है |
इस प्रथम भाग में चार प्रसगों का निरुपण है - भरत चरित्र (अयोद्या काण्ड), श्री राम गीता तथा नवधाभक्ति का उपदेश (अरण्य काण्ड) और सुग्रीव की शरणागति (किष्किंधाकांड) |
मानस के मोती के सभी भाग यहाँ उपलब्ध हैं - Manas Ke Moti (भाग १ - ४)
M2011VARIANT | SELLER | PRICE | QUANTITY |
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मानस के मोती - स्वामी सुबोधानंदजी (प्रमुख आचार्य, सांदीपनी हिमालय) के तुलसी रामायण पर किए गए ज्ञान यज्ञाें का संकलन है |
इन ज्ञानयज्ञाें में मानस के आध्यात्मिक, दार्शनिक, साहित्यिक और सामाजिक पहलुओं पर विशेष विवेचना की गई है |
इस प्रथम भाग में चार प्रसगों का निरुपण है - भरत चरित्र (अयोद्या काण्ड), श्री राम गीता तथा नवधाभक्ति का उपदेश (अरण्य काण्ड) और सुग्रीव की शरणागति (किष्किंधाकांड) |
मानस के मोती के सभी भाग यहाँ उपलब्ध हैं - Manas Ke Moti (भाग १ - ४)