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श्रीमद् भगवद गीता
श्रीमद्भगवद गीत: काल की धुन पर अनन्त का संगीत - भगवान् श्रीकृष्ण के रूप में हमारे ह्रदय में स्थित दिव्यता एवं हमारे मोहग्रस्त अहंकार के प्रतीक अर्जुन के मध्य एक संवाद - जीवन के लक्ष्य एवं इसे प्राप्त करने के साधन बताने वाली, जीवन जीने की द्विपक्षीय नियमावली | शोक और मोह से ग्रस्त अर्जुन का भीतरी व्यक्तित्व पूर्णरूप से विखण्डित हो चूका था - वह भगवान के आगे समर्पित हो जाता है भगवान कृष्ण उसके अज्ञान को दूर करते हैं और उसके विषाद को नष्ट कर देते हैं |

(The Holy Geeta)

बाल गीता

आज के बालक ही कल के नागरिक हैं| उनके विचारों और भावनाओं को उत्तम प्रकार से ढालने में ही राष्ट्रीय-शिक्षा की सफलता निहित है| जो आदर्श उनके प्रारम्भिक बाल्यकाल में उनके सम्मुख रहेगा, केवल वही उनको भावी जीवन में पग-पग पर प्रोत्साहित करेगा, वही उनको जीवन की विभिन्न समस्याओं का सामना करने और अपने उद्देशयों की ओर दृढ़ता के साथ बढ़ने में साहस देगा|

इस गीता के अध्याय इस ढंग से लिखे गये हैं कि हमारे बालकों के माता-पिता उनको पढ़ और समझकर सरलता से समझा सकें|

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Chinmaya Prakashan
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Publisher: Chinmaya Prakashan
LANGUAGE: Hindi
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Description of product

 

श्रीमद् भगवद गीता
श्रीमद्भगवद गीत: काल की धुन पर अनन्त का संगीत - भगवान् श्रीकृष्ण के रूप में हमारे ह्रदय में स्थित दिव्यता एवं हमारे मोहग्रस्त अहंकार के प्रतीक अर्जुन के मध्य एक संवाद - जीवन के लक्ष्य एवं इसे प्राप्त करने के साधन बताने वाली, जीवन जीने की द्विपक्षीय नियमावली | शोक और मोह से ग्रस्त अर्जुन का भीतरी व्यक्तित्व पूर्णरूप से विखण्डित हो चूका था - वह भगवान के आगे समर्पित हो जाता है भगवान कृष्ण उसके अज्ञान को दूर करते हैं और उसके विषाद को नष्ट कर देते हैं |

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बाल गीता

आज के बालक ही कल के नागरिक हैं| उनके विचारों और भावनाओं को उत्तम प्रकार से ढालने में ही राष्ट्रीय-शिक्षा की सफलता निहित है| जो आदर्श उनके प्रारम्भिक बाल्यकाल में उनके सम्मुख रहेगा, केवल वही उनको भावी जीवन में पग-पग पर प्रोत्साहित करेगा, वही उनको जीवन की विभिन्न समस्याओं का सामना करने और अपने उद्देशयों की ओर दृढ़ता के साथ बढ़ने में साहस देगा|

इस गीता के अध्याय इस ढंग से लिखे गये हैं कि हमारे बालकों के माता-पिता उनको पढ़ और समझकर सरलता से समझा सकें|

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